सोनभद्र । उत्तर-प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक कितने भी निर्देश दें पर अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है। आदिवासी बाहुल्य जनपद सोनभद्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को झकझोर देने वाली तश्वीर सामने आयी है। दरअसल सर्पदंश से प्रभावित महिला को हॉस्पिटल ले जाने के लिए परिजनों को उस वक्त ठेले का सहारा लेना पड़ा… ज़ब 108 नं0 पर फोन करने के आधे घंटे बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुँची.. तभी परिजनो ने महिला को ठेले पर ही लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँच गए।
पूरा मामला विकासखंड दुद्धी अंतर्गत खजुरी गांव निवासी सोनी देवी (40वर्ष) शनिवार को घर के बाहर लकड़ी लेने गई थीं। लकड़ी निकालने के दौरान उन्हें बाएं हाथ की अंगुली में सांप ने डस लिया। कुछ ही देर में महिला की तबीयत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गई। परिजनों ने पहले झाड़-फूंक कराने की सोची, फिर भतीजे ऋषि ने अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस सेवा के 108 नंबर पर फोन किया। ऋषि के मुताबिक दूसरी ओर से कहा गया कि इंतजार करिए। करीब आधा घंटा बीतने पर भी एंबुलेंस नहीं पहुंची..तभी पीड़िता को परिजनों ने ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचाया। यहां इमरजेंसी में चिकित्सक डॉ0 विनोद सिंह ने महिला का उपचार किया।